BIOGRAPHY OF SAMEER RIZVI ll उत्तर प्रदेश और सीएसके का नया स्टार समीर रिजवी
BIOGRAPHY OF SAMEER RIZVI
समीर रिजवी का
जन्म 6 दिसंबर 2003 को
उत्तर प्रदेश के
मेरठ शहर पिता
हसीन रिजवी के
घर हुआ. तनकीब अख्तर
जो समीर के मामा थे
उन्हें क्रिकेटर बनना
था पर शुरुआत
उन्होंने देर से
की साल 2004 में
जब यह बात उन्हें समझ
आई तब वह अपनी बहन
और समीर की मां रुकसाना
खातून के घर रहने लगे
2009 में 6 साल की
उम्र से तनकीब
अपने भांजे समीर
को गांधी बाग
क्रिकेट अकेडमी ले
जाने लगे समीर
के पिता और तनकीब के
जीजा इस बात से नाराज
थे कि उनका बेटा पढ़ाई
पर फोकस नहीं
कर पा रहा पर सभी
चीज तब सॉर्ट
हुई जब समीर यूपी के
लिए खेलने लगे
10 साल की उम्र में उनके
कोच और मामू तनकीब ने
एसजी के ओनर पारस आनंद
से अपने भांजे
की स्पॉन्सरशिप्स की
बात कर ली थी ।
पारस आनंद ने भी बच्चे की पोटेंशियल को देख सहमति भर दी और आप में से कोई भी जो क्रिकेट बनने का सोच रहा है या बन रहा है उन्हें यह पता होगा कि इस गेम में बने रहने के लिए आपको फाइनेंशियल सपोर्ट की जरूरत तो पड़ती है .20 साल के समीर रिजवी 6 साल की उम्र से क्रिकेट की बारीकियां सीख रहे हैं मामू तनक अख्तर अब अपने भांजे के अंदर पोटेंशियल देख रहे हैं पर तन कीब अड़े रहे 10 साल की उम्र में भांजे के लिए स्पॉन्सरशिप लाए पिछले 14 साल वह 14 दिन भी अपने भांजे से दूर नहीं रहे और जीजा को जवाब तब मिला जब समीर का सिलेक्शन यूपी के टीम के लिए हुआ इस साल के आईपीएल फ्रेंचाइस बुलाई गई ट्रायल्स में वो हिस्सा ना ले सके पर फिर भी उनको खरीदने के लिए उन परे पैसों की बारिश हो गई 8.5 करोड़ मोस्ट बाय एन अनकैप्ड प्लेयर इस साल के तो ऐसा क्या किया इन्होंने जो बिना ट्रायल्स उन पे इतनी बड़ी बोली लगी ।
समीर ने 16 साल
की उम्र में
जनवरी 2020 में अपना
रणजी ट्रॉफी डेब्यू
किया पर उन्हें
सिर्फ दो मैचेस
मिले अगले ही साल उन्होंने
ने वापस से स्टेट टीम
के लिए कमबैक
किया इस बार
50 ओवर फॉर्मेट में
उसके बाद वह यूपी के
स्टेट टीम के इंटीग्रल प्लेयर बन
गए अभी इनके
करियर की शुरुआत
हुई है और
130 करोड़ की पॉपुलेशन
वाले देश में उस फील्ड
में कंपीट करना
जहां कंपटीशन बड़े
तगड़ लेवल का चलता है
तो आपको रिजेक्शन
और डिजेक्शन तो
फेस करना ही होगा और
वही हुआ स्टेट
टीम के लिए अच्छा परफॉर्म
करने के बावजूद
अंडर 19 वर्ल्ड कप
टीम में उनका
सिलेक्शन नहीं हुआ
फिर भी वह अपने स्टेट
टीम के लिए लगातार खेलते
रहे और परफॉर्म
करते रहे यह भी एक
बड़ी वजह थी कि कोच
तनकीब को यह पता था
कि भले ही समीर ट्रायल्स
के लिए नहीं
जा पाए पर उसने इतना
तो तगड़ा परफॉर्मेंस
किया है कि कोई ना
कोई टीम इसे जरूर खरीदेगी
तो समीर ने ट्रायल्स क्यों छोड़ा
समीर रिजवी ने
अगस्त सितंबर में
हुए यूपी टी20
लीग के इनॉग्रल
सीजन में बड़ा
ही धमाकेदार परफॉर्मेंस
किया भले ही उनकी टीम
नॉकआउटस के लिए क्वालीफाई ना कर सकी पर
उनकी इंडिविजुअल परफॉर्मेंस
ने पूरे क्रिकेटिंग
वर्ल्ड का ध्यान
अपने और खींच लिया कानपुर
सुपरस्टार्स के तरफ
से खेलते हुए
टूर्नामेंट के नौ
इनिंग्स में उन्होंने
455 रन बनाए जिसमें
दो शतक शामिल
थे।
दूसरी सेंचुरी टूर्नामेंट का सबसे तेज शतक
था यह धागा खोल देने
वाला परफॉर्मेंस आईपीएल
स्कट्स के लिए काफी था
मेरठ के इस राइट
हैंड बैटर को तकरीबन हर
फ्रेंचाइजी ऑक्शन से
पहले ट्राज के
लिए बुलाया लेकिन
जैसा किस्मत में
लिखा होता है समीर जो
अभी बस 20 साल
के हुए ही थे कि
उन्हें ट्रायल्स मिस
करना पड़ा क्योंकि
मेंस अंडर 23 स्टेट
ए ट्रॉफी में
उन्हें अपनी टीम
उत्तर प्रदेश की
कप्तानी करने बुलाया
गया इस वक्त वह मोहाली
में सैयद मुस्ताक
अली ट्रॉफी में
अपने स्टेट को
रिप्रेजेंट कर रहे
थे इस मैच में उन्होंने
42 रन नॉटआउट बनाया
भले ही वह मैच यूपी
हार गई अगले दिन चंडीगढ़
में अंडर 23 टूर्नामेंट
में राजस्थान के
खिलाफ 65 बॉल में
उन्होंने 91 रन बनाया
जिसमें चार चौके
और नौ गगन चुंबी छक्के शामिल थे
पर फिर से यह इस
टूर्नामेंट में यूपी
की आखिरी हार
थी इसके बाद
कप्तान समीर ने लगातार दो
शतक जर अपनी टीम को
प्री क्वार्टर फाइनल्स
क्वालीफाई कराया नॉकआउटस
मैचेस जीतने के
बाद फाइनल में
उत्तराखंड के खिलाफ
50 बॉल में 84 रन
मार के अपनी टीम को
टाइटल जितवाया । ट्रायल्स
में जाके अच्छा
परफॉर्म करना और असल मैच
में परफॉर्मेंस डिलीवर
करना कौन ज्यादा
इंपैक्टफुल है जवाब
हम सबको पता
है इसीलिए चेन्नई
जैसी स्ट्रांग फ्रेंचाइजिंग
ने समीर पर इतना
बड़ा खर्चा किया इसीलिए कहा
जाता है कि शब्द से
नहीं अपने बल्ले
को बोलने दो
और इस खिलाड़ी
की स्टैट्स तो
चीख ही रही है यूपी
t-20 लीग में थर्ड
हाईएस्ट स्कोरर पूरे
टूर्नामेंट में 35 के
साथ मैक्सिमम का
रिकॉर्ड उनके नाम
था यूपी 23 के
स्क्वाड को देर से जवाइन
करने के बावजूद
वहां हाईएस्ट रन
गेटर बने सात मैच के
छह इनिंग्स में
उन्होंने ने 454 रन
बनाए 75.6 7 औसत और स्ट्राइक
रेट ऑफ 156.5 जिसमें
दो शतक शामिल
थे और सबसे बड़ी बात
37 के साथ बड़े
नाम जैसे भुवनेश्वर
कुमार, रिंकू सिंह और नितीश
राना के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर
करने ने इन्हें
काफी ग्रो किया
19 दिसंबर को सीएसके
ने इन्हें 8.5 करोड़
में खरीदा अब
देखने वाली बात
है वर्ल्ड के
सबसे बड़े प्रीमियर
लीग में जहां
पू पूरे विश्व
की नजर आप पर होती
है तो समीर रिजवी वहां
कैसा परफॉर्म करते
हैं .भारतीय टीम और उत्तर प्रदेश के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुरेश रैना
ने भी समीर का बहुत समर्थन किया ।